संसद में वापसी के लिए 'बुआ' को मिल सकता है 'भतीजे' का साथ
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लखनऊ। राज्यसभा से इस्तीफा दे चुकीं बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती संसद में दुबारा वापसी की राह तलाश रही हैं। उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों के लिए इस साल होने वाले उपचुनाव में मायावती भाग्य आजमा सकती हैं। इसके अलावा बसपा सुप्रीमो अप्रैल में खाली हो रही राज्यसभा सीटों के लिए भी दमखम आजमा सकती हैं।*
*अखिलेश यादव व मायावती..!*
पार्टी दफ्तर से जो खबरें छन कर आ रही हैं उसके मुताबिक मायावती इलाहाबाद की फूलपुर लोकसभा सीट से उप चुनाव लड़ने के मूड में हैं। 2014 में फूलपुर संसदीय सीट से भाजपा के केशव प्रसाद मौर्य चुनाव जीते थे, लेकिन उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने वहां से इस्तीफा दे दिया। केशव अब विधान परिषद के सदस्य चुन लिये गये हैं।
मायावती यदि फूलपुर से उपचुनाव में उतरती हैं तो उन्हें भाजपा विरोधी दलों खासकर सपा का भी प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रुप से समर्थन मिल सकता है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस समय ईवीएम के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं। वह निर्वाचन आयोग से ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से दोनों उप चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए विपक्षी दलों को एक जुट करने की भी वह कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में अखिलेश की मुहिम को समर्थन देकर मायावती सपा के नजदीक होकर इसका फायदा फूलपुर के उप चुनाव में उठा सकती हैं।
बसपा ने फूलपुर की सीट 2009 के चुनाव में जीती थी, लेकिन 2014 में मोदी लहर के चलते इस सीट पर भाजपा ने पहली बार अपना परचम लहराया। ऐसे में विपक्षी दलों के समर्थन से मायावती इस सीट पर पुनः कब्जा जमा सकती हैं।
संसद में पहुंचने के लिए मायावती के सामने अगला विकल्प राज्यसभा है, जहां से उन्होंने यह आरोप लगाते हुए पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया था कि उन्हें दलित मुद्दों पर बोलने नहीं दिया जा रहा। हालांकि, इस समय राज्यसभा के लिए उनका चुना जाना उतना आसान नहीं है, क्योंकि प्रदेश की विधानसभा में उनके दल के केवल 19 विधायक ही हैं, जो ज़रूरी वोटो से काफी कम हैं। ऐसे में फूलपुर का उपचुनाव ही उनके लिए संसद पहुंचने का सही और आसान विकल्प दिख रहा है।
इस मामले पर सपा के राष्ट्रीय महामंत्री राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि भाजपा का मुकाबला करने के लिए सारे विपक्ष को एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव इसके लिए काफी वक्त से मांग कर रहे हैं, अगर दोस्ती की कोई कोशिश होती है तो पार्टी खुले दिल से इस पर विचार करेगी।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता ज़ीशान हैदर के मुताबिक जिस तरह के हालात बन रहे हैं उसमें सारे विपक्ष को एकजुट होने से ही देश और प्रदेश का भला होगा।
संसद में वापसी के लिए 'बुआ' को मिल सकता है 'भतीजे' का साथ
Reviewed by Ravindra Nagar
on
January 01, 2018
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