आजम खान ने कासगंज दंगे को बताया भाजपा की चुनावी रणनीति
Dhanaoura times newsLucknow
कासगंज दंगे को भाजपा की चुनावी तैयारियों की शुरुआत बताते हुए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आज़म खान ने जमकर कटाक्ष किए. उन्होंने कहा कि 2019 से पहले देश प्रदेश में चुनावी फायदे के लिए दंगे कराने की भाजपा की रणनीति है. इतना ही नहीं आज़म खान ने 3 फरवरी को रामपुर में प्रस्तावित मुख्यमंत्री योगी जी के कार्यक्रम को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि उनके आने की सूचना मात्र से लोगों में खौफ है.लोग डरे हुए हैं.
बरेली डीएम और कासगंज के एसपी के बयान पर सपा के कद्दावर नेता आज़म खान ने कहा कि ये बात साबित हो गई कि अगले चुनाव के लिए दंगा कराने की ही रणनीति है. जितने दंगे होंगे. जितना माहौल खराब होगा. जितनी आपस मे नफरत फैलाई जाएगी जितना हिन्दू मुसलमान किया जाएगा, उतना ही लोग बुनियादी जरूरतों की मांगों से हटेंगे. बुनियादी जरूरत इस बात की है कि नौजवानों को नौकरीयां मिले, कारोबार आगे बढे,जीएसटी का प्रकोप कम हो नोटबन्दी से लानत से निजात मिले,किसानों को अपनी फसल का दाम मिले, बिजली पानी खाद सस्ता हो.
इन सारे सवालों को हटाने का सिर्फ यही तरीका है की नफरत के एजेंडे को लागू कर दिया जाए, यह साबित हो गया कि सारा माहौल खराब किया गया है. अब क्या मुसलमान अपने मोहल्ले में 26 जनवरी के जश्न मनाना चाहेंगे तो क्या आप नहीं मनाने देंगे.आज़म खान ने अपनी राय देते हुए कहा कि हमे इन बातों को नहीं करना चाहिए, जब नहीं चाहते. जब ये तय ही कर लिया है कि हर मुसलमान पाकिस्तानी है, हर मुसलमान देशद्रोही है, पता नहीं कौन सा फायदा मुसलमानों को पाकिस्तान से मिल रहा है.
पाकिस्तानी मुसलमानों को तो पाकिस्तान से कोई फायदा है नहीं हिंदुस्तानी मुसलमानों को पता नहीं क्या हासिल है. पाकिस्तान से क्यों ये कलंक उनके माथे पर बराबर लगाया जा रहा है. कोई तरीका तो हो, आखिर इस तरह परेशान करना ऐसे लोगों को नामजद करना जिनके करोड़ो रुपए के कारोबारों को जलाकर खाक कर दिया गया,जिनका कोई क्रिमनल रिकॉर्ड नहीं है. आप बगैर किसी सबूत के उन पर कत्ल का इल्जाम लगा देंगे, कैसे जिया जाए.
आज़म खान ने अपील करते हुए कहा कि में नेताओं से भी अपील करता हूं, की इस वक्त हमारी मदद करें. कासगंज के मुसलमानों के बाद भाजपा का एक बड़ा मनसूबा है, हमारे मसेकर (कत्लेआम) का लेकिन मेरा दुख ये है कि नुकसान दोनों का होगा. कभी ताली एक हाथ से नहीं बजती. दंगा करने वाले अपने समाज के साथ भी दुश्मनी कर रहे हैं, फोर्सेज भी उनका साथ देंगी जैसे इस वक्त दिया. लेकिन कमजोर भी कभी कभी उतर आता है.
डीएम बरेली पर लांछन लगाने वालों को हम देश का हितेषी नहीं मानते.हम ये समझते हैं कि इन दंगों के कराने वाले ही यही लोग हैं, जब तक बहुसंख्यक समाज इसे जाने और पहचानेगा नहीं, भुखमरी बेरोजगारी देश का मुक़दर बन जाएगी.
योगी आदित्यनाथ के 3 फरवरी को रामपुर आने पर आज़म खान ने कहा कि मुख्यमंत्री के यहां आने से लोगो में डर है, खौफ है दहशत है क्योंकि वो कासगंज के हालात से सबक लेकर आ रहे हैं. वो इस तरह के भाजपा ने ही कासगंज के हालात खराब किए हैं. वो झुंझलाहट में रामपुर में क्या कर जाएं. क्या कह जाएं, उनकी वजह से रामपुर वालों को क्या कीमत अदा करनी पड़ जाए.
जाहिर है भाजपा का मनोबल बढ़ेगा और भाजपा के लोग यहां कोई गलती कर सकते हैं.आज़म खान ने इस मौके पर कमजोरों से अपील करते हुए कहा कि वो अपने आप को महफूज इलाके में रखें. जबतक मुख्यमंत्री यहां पर रहे उस वक्त तक अपनी हरकत पर खुद नज़र रखे ताकि अपनी हिफाज़त वो खुद कर सकें.
आज़म खान ने अपील करते हुए कहा कि में नेताओं से भी अपील करता हूं, की इस वक्त हमारी मदद करें. कासगंज के मुसलमानों के बाद भाजपा का एक बड़ा मनसूबा है, हमारे मसेकर (कत्लेआम) का लेकिन मेरा दुख ये है कि नुकसान दोनों का होगा. कभी ताली एक हाथ से नहीं बजती. दंगा करने वाले अपने समाज के साथ भी दुश्मनी कर रहे हैं, फोर्सेज भी उनका साथ देंगी जैसे इस वक्त दिया. लेकिन कमजोर भी कभी कभी उतर आता है.
डीएम बरेली पर लांछन लगाने वालों को हम देश का हितेषी नहीं मानते.हम ये समझते हैं कि इन दंगों के कराने वाले ही यही लोग हैं, जब तक बहुसंख्यक समाज इसे जाने और पहचानेगा नहीं, भुखमरी बेरोजगारी देश का मुक़दर बन जाएगी.
योगी आदित्यनाथ के 3 फरवरी को रामपुर आने पर आज़म खान ने कहा कि मुख्यमंत्री के यहां आने से लोगो में डर है, खौफ है दहशत है क्योंकि वो कासगंज के हालात से सबक लेकर आ रहे हैं. वो इस तरह के भाजपा ने ही कासगंज के हालात खराब किए हैं. वो झुंझलाहट में रामपुर में क्या कर जाएं. क्या कह जाएं, उनकी वजह से रामपुर वालों को क्या कीमत अदा करनी पड़ जाए.
जाहिर है भाजपा का मनोबल बढ़ेगा और भाजपा के लोग यहां कोई गलती कर सकते हैं.आज़म खान ने इस मौके पर कमजोरों से अपील करते हुए कहा कि वो अपने आप को महफूज इलाके में रखें. जबतक मुख्यमंत्री यहां पर रहे उस वक्त तक अपनी हरकत पर खुद नज़र रखे ताकि अपनी हिफाज़त वो खुद कर सकें.
आजम खान ने कासगंज दंगे को बताया भाजपा की चुनावी रणनीति
Reviewed by Ravindra Nagar
on
February 01, 2018
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