'बच्चे बोले पुलिस हमारी सुन लेती तो पापा की नहीं जाती जान'
Dhanaoura times news
कानपुर। अपनी बेइज्जती से परेशान अधिवक्ता ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी l अधिवक्ता की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया l परिवार का आरोप है कि मोहल्ले में एक शख्स ने पूरे परिवार के सामने अधिवक्ता को भरे बाजार जमकर पीटा था।*
*अधिवक्ता पत्नी को लेकर थाने भी गया था लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। खुद को असहाय महसूस कर रहे अधिवक्ता ने जहरीला पदार्थ खा खाकर जान दे दी l सुसाइड की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।*
किदवई नगर थाना क्षेत्र के साइड नंबर वन में रहने वाले सतेंद्र कुमार त्रिपाठी पेशे से अधिवक्ता हैं । परिवार में पत्नी तनूजा, दो बेटे कृष्णा (12) अनुज (09) के साथ रहते थे l दरअसल दो दिन पहले अधिवक्ता के बेटे मोहल्ले की एक परचून की दुकान पर सामान लेने के लिए गए थे।
आधा घंटा बीत जाने के बाद जब बच्चे घर वापस नहीं आए तो अधिवक्ता सतेन्द्र त्रिपाठी गए और दुकानदार बाउवा यादव से पूछने लगे की बच्चों को अभी तक सामान क्यों नहीं दिया। इस बात पर अधिवक्ता और बाउवा यादव में बहस शुरू हो गई। देखते ही देखते दुकानदार अपनी पत्नी और भाई के साथ मिलकर अधिवक्ता सतेंद्रको पीटने लगे।
अधिवक्ता के बड़े भाई विनोद त्रिपाठी के मुताबिक क्षेत्र में बाउवा यादव की परचून की दुकान है l बच्चे सामान लेने के लिए गए थे लेकिन दुकानदार ने उन्हें सामान नहीं दिया, जब सतेंद्र ने इसका विरोध की तो इस बात पर दोनों में बहस शुरू हो गई। इसके बाद सभी ने सतेंद्र को जमकर पीटा। जब बहु तनूजा को इसकी जानकारी हुई तो वह भी वहां पहुंच गई। उसके सामने भी वो सभी सतेंद्र को पीटते रहे। इस बेइज्जती को अधिवक्ता बर्दाश्त नहीं कर सका।
तनूजा के मुताबिक, मेरे पति को दुकानदार और उसकी की पत्नी पीट रहे थे जब मैंने उनको बचाने की कोशिश की तो उन लोगों ने मुझे भी डंडों से पीटा। इसके बाद हम लोग थाने गए, लेकिन पुलिस ने मेरी बात नहीं सुनी। पुलिस उल्टा हमारे ही घर पर आकर हम लोगों को परेशान करने लगी। इस बात को लेकर मेरे पति काफी परेशान रहने लगे और उन्होंने जहरीला पदार्थ का लिया। जानकारी होने पर हम लोग उनको डॉक्टर के पास ले गए। जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया।
मामले में एसओ किदवई नगर शेष नारायण पांडेय ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अग्रिम कार्रवाई जारी है।
'बच्चे बोले पुलिस हमारी सुन लेती तो पापा की नहीं जाती जान'
Reviewed by Ravindra Nagar
on
February 04, 2018
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