सऊदी अरब के फतवे मे राजनीतिक भाषण देना हराम बताने पर देवबंदी उलमा खफा |
Dhanaoura times news
सऊदी अरब के एक बड़े मुफ्ती अब्दुल अजीज बिन अब्दुल्ला आले शेख ने फतवा जारी करते हुए कहा है कि जुमे की नमाज में खुतबे से पहले इमाम व खतीबो (खुतबा पढऩे वाला) की ओर से राजनीतिक विषय पर बात करना या भाषण देना हराम है। इस फतवे पर देवबंदी उलमा ने सख्त नाराजगी जताई है। दारुल उलूम वक्फ देवबंद के शेखुल हदीस मौलाना सैयद अहमद खिजर शाह ने उक्त फतवे को इस्लामिक सिद्धांतों के विरुद्ध बताते हुए कहा कि वास्तविकता ये है कि सऊदी में तानाशाह सरकार है, इसलिए वहां के उलमा और मुफ्ती वहां की सरकार के समर्थन में इस्लामिक सिद्धांतों की सीमा लांघ जाते हैं।
खिजर ने कहा कि ऐसे समय में वहां के उलमा भूल जाते हैं कि इस प्रकार के फतवे देते समय इस्लामिक सिद्धांतों और पैगम्बर मोहम्मद साहब की तालिमात (शिक्षा) के खिलाफ बातें कर रहे हैं। खिजर ने कहा कि इन मुफ्तियों की बातों और फतवों से ऐसा प्रतीत होता है जैसा कि इस्लामिक सिद्धांतों या इस्लामिक इतिहास से अनभिज्ञ है।
सऊदी अरब के फतवे मे राजनीतिक भाषण देना हराम बताने पर देवबंदी उलमा खफा |
Reviewed by Ravindra Nagar
on
January 06, 2018
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