इलाहाबाद संगम पर जशोदाबेन का स्नान-ध्यान और पूजन, बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने की सीख
Dhanaoura times news
प्रयाग आयीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदाबेन शुक्रवार को भक्तिभाव में रमी रहीं। उन्होंने बिना किसी दिखावा व आडंबर के स्नान, दान व ध्यान में समय बिताया। साधारण महिला की भांति प्रसिद्ध मंदिरों में यम-नियम से पूजन-अर्चन में लीन रहीं। कुछ लोगों को जब पता चला कि प्रधानमंत्री की पत्नी हैं तो कई ने उनके साथ फोटो भी खिंचवाई। उन्होंने यहां बेटियों को पढ़ाने लिखाने और आत्मनिर्भर बनाने पर चर्चा की। जसोदाबेन सुबह सबसे पहले संगम स्नान करने गईं। वीआइपी घाट से प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए स्टीमर में सवार होकर संगम पहुंचीं। स्नान के बाद सूर्यदेव को जलांजलि दी। उनके साथ आए भाई अशोक मोदी, भाभी यशोदा मोदी सहित अन्य करीबी लोगों ने भी स्नान किया। संगम से जाते समय जसोदाबेन पांच लीटर के डिब्बे में संगम का जल साथ लेकर गईं। लौटते समय अक्षयवट का दर्शन किया। वहां से सीधे बांध स्थित बड़े हनुमान मंदिर गईं। मंत्रोच्चार के बीच हनुमान जी की आरती उतारी। मनोकामनापूर्ति के लिए सवा पांच किलो लड्डू चढ़ाकर प्रसाद स्वरूप उसे साथ ले गईं।
वह जहां जहां गई उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ मची रही। हनुमान मंदिर से वह सीधे मनकामेश्वर गईं। वहां मंत्रोच्चार के बीच शिवलिंग में दूध चढ़ाकर पूजन किया। उनके भाई अशोक ने बताया कि वह जहां भी रहती हैं सर्वप्रथम शिव मंदिर में पूजा करने के बाद ही दूसरा काम करतीं हैं। मनकामेश्वर से लौटने के बाद वह साहू एकता मंच के अध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद साहू के आवास गईं, वहां सबके साथ भोजन करके महिलाओं व बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने पर चर्चा की।
संगम स्नान के बाद जसोदाबेन को गंगा की आरती करनी थीं। इसके लिए वह रामघाट गईं, लेकिन वहां मौजूद पुलिस ने उन्हें आरती नहीं करने दिया। सुरक्षा का हवाला देकर उन्हें बिना आरती किए लौटा दिया गया। उनके साथ चल रहे लोगों ने पुलिस से नाराजगी भी व्यक्त की, लेकिन आरती करने की अनुमति नहीं
इलाहाबाद संगम पर जशोदाबेन का स्नान-ध्यान और पूजन, बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने की सीख
Reviewed by Ravindra Nagar
on
December 08, 2017
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