कफन चढ़ चुका था अर्थी बस उठने ही वाली थी, माँ की पुकार पर यमराज ने दिया खुद जवाब
Dhanaoura times news
दिल्ली। सैम हेमिंग, जो की एक कानून स्नातक और उनके दोस्त, टॉम कर्टिस अपनी कार में जा रहे थे अचानक उनकी कार बिना नियंत्रण खो बैठी और कई बार पलट गई। सैम के दोस्त जहां मामूली चोटें आयीं वहीं दूसरी तरफ सैम कार के सामने वाले शीशे से निकलकर दूर गिर गई। उनकी गर्दन की कई हड्डियां टूट गई और उनका चेहरा बुरी तरह से कट गया। उन्हें हवाई जहाज से अस्पताल ले जाया गया डॉक्टरों का डर था कि वे बच नहीं पाएंगी।*
दुर्घटना इतनी बड़ी थी कि छह घंटे सर्जरी चली सर्जरी के दौरान सैम को बेहोश रखा गया था। फिर डॉक्टरों ने सबसे बुरी खबर सुनाई थी, जो एक माता पिता कभी भी सुनना नहीं चाहेंगे। उन्होंने लड़की की मां, कैरोल को बताया कि सैम हायद अब कभी नही उठ पाएगी, 'ठीक होने की कोई उम्मीद नहीं' थी।
उन्होंने कैरोल से पूछा कि क्या वे सैम के जीवनरक्षक यंत्र को बंद करने के लिए सहमत हैं इश्वर के आगे हाथ फैलाने के बाद अंत में वह सहमत हो गईं। कैरोल ने कहा, 'डॉक्टरों ने सैमी पर रोज़ाना कई तरह के परीक्षण किए, लेकिन वे हमेशा की तरह नकारात्मक रहे' 'उन्होंने आखिरी बार उस दिन परीक्षण किया था जिस दिन वे उनके जीवनरक्षक यंत्र को बंद करने जा रहे थे और परिणाम से पता चला कि कोई दिमाग में कोई गतिविधि नहीं थी। 'हम उसके कमरे में इकट्ठे हुए और अपने विदाई संदेश एक एककर देने लगे। उन्होंने जीवनरक्षक यंत्र को बंद कर दिया और वो चिल्ला पड़ी।
तब कर्मचारियों के एक सदस्य ने बर्फ के ठंडे पोंछे के साथ उनके पैर के अंगूठे को पोंछा और वह हिला। वह गर्माहट महसूस कर रही थी इसका मतलब था कि अभी भी उनके मस्तिष्क का कुछ भाग क्रियाशील था। कंप्यूटर ने कुछ मस्तिष्क गतिविधि दिखा दी।' निश्चित रूप से इसने पूरी स्थिति को बदल दिया और कर्मचारि बहुत जल्दी से लड़की को पुनर्जीवित करने में तत्पर हो गए।
सैम को एक नियंत्रित कोमा में रखा गया था और जल्द ही वे अपने आप सांस लेने में सक्षम हो गईं। उनके उठने के बाद मस्तिष्क के क्षतिग्रस्त भाग को फिर से शुरू करने की लंबी प्रक्रिया शुरू हुई। सैम ने कहा, 'मुझे वह दुर्घटना याद नहीं आ रही है। मुझे बस स्नातक होने के बारे में याद है और कुछ याद नहीं है। मैं बड़ी मुश्किल से चल सकती हूं और अब सिर्फ बेहतर होना चाहती हूं।' कैरोल ने कहा कि उनकी बेटी 'सचमुच मरकर वापस आई है', यह भी कहा 'सैमी को जीवित नहीं होना चाहिए था। उन्हें कार दुर्घटना में किसी भी व्यक्ति से अधिक चोटें आयी थीं।' डॉक्टरों ने उन्हें 'चलता-फिरता चमत्कार' कहा
कफन चढ़ चुका था अर्थी बस उठने ही वाली थी, माँ की पुकार पर यमराज ने दिया खुद जवाब
Reviewed by Ravindra Nagar
on
February 08, 2018
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