डाक्टर अय्यूब की समझ में आ गया कि 'अकेला चना भाड़ नही फोड़ सकता'
Dhanaoura times news
चलिए डाक्टर अयूब को अक्ल आ गयी कि "अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता" जल्दी ही और लोगों को भी आ जाएगी।
मुसलमानों की पार्टी के साथ इस देश में एक मात्र समस्या यह है कि उनको चंद मुसलमानों के अतिरिक्त और किसी धर्म या जाति का वोट नहीं मिलता और ना ही मिलने की संभावना है।
यह एक कड़वा सच है कि जिस तरह मुसलमान हिन्दुओं को अपना नेता 70 सालों से मानता रहा है उस तरह हिन्दू अपना नेतृत्व मुसलमानों को नहीं दे सकता।
मुसलमानों को यह सच ध्यान में रख कर ही राजनीती करनी चाहिए और अपने हक के लिए लड़ना चाहिए। मुसलमानों को अपने लिए कम खतरनाक और अधिक खतरनाक में से ही एक को चुनना होगा।
यहाँ हिन्दुस्तान में सलाउद्दीन अय्यूबी , तैय्यब एरदगान और सद्दाम हुसैन की उम्मीद करना निहायत बेवकूफी ही है।
उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में ओलेमा काउंसिल बसपा के आगे सरेन्डर हो गयी और आज पीस पार्टी समाजवादी पार्टी से सहयोग को तैय्यार हो गयी।
उम्मीद है सेकुलर लोगों को गाली देने का काम अब कम से कम पीस पार्टी के लोग बंद कर देंगे।
और लोगों को भी जल्दी सद्बुद्धी आ जाए तो भाजपा के विरोधी वोटों का बिखर कर भाजपा को जिताने का सिलसिला बंद हो।
डाक्टर अय्यूब की समझ में आ गया कि 'अकेला चना भाड़ नही फोड़ सकता'
Reviewed by Ravindra Nagar
on
February 19, 2018
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