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स्कूलों में पिलाई पेट में कीड़े मारने की दवा, 32 छात्रों की तबीयत खराब, कई गंभीर

Dhanaoura times news
धनौरा व् चुचेला के स्कूलों में  पेट में कीड़े मारने वाली दवा पीने से सनराइज़ जूनियर पब्लिक स्कूल चुचेला  के 12 व् महात्मा ज्योतिबा फुले पब्लिक स्कूल के 20 छात्रों की तबियत बिगड़ गई। दवा स्वास्थ्य विभाग ने राष्ट्रीय कृमि दिवस पर शनिवार को जिले के स्कूलों में पिलाई जा रही थी। छात्रों के बीमार होने की सूचना से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। डॉक्टरों ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए मौके पर सिटी के बड़े डॉक्टरों को भेजा।

छात्रों को उपचार के लिए नगर के सरकारी अस्पताल मेें ले जाया गया। जहां 30 छात्रों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। जिसमे कुछ छात्रों को उपचार के लिए भर्ती किया गया, जिसमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक सभी  निजी स्कूलों में एक वर्ष से 19 वर्ष तक के छात्रों को राष्ट्रीय कृमि दिवस पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पेट में कीड़े मारने वाली दवा पिलाने का अभियान वीरवार को शुरू किया गया। इस अभियान के तहत जिले के काफी  छात्रों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।

इसी अभियान के तहत महात्मा ज्योतिबा फुले पब्लिक के प्रधानाचर्य सजंय सिंह व् सनराइज़ पब्लिक स्कूल के प्रधानाचर्य माहिपाल सिंह का कहना हे की कई बार कहने के बाद हमको ये दवाई पिलाने के लिये कहा गया हमने उनसे कहा भी था की ये काम आपका हे तो उन्होंने हमारी कोई बात नही सुनी उन्होंने ये कहा की आप की नगरानी में दवाई पिलाई जाय तो सही होगा मगर स्कूलों के मास्टरों की कोई बात नही सुनी गई डॉक्टरों की लापरवाही की वझा से आज नगर के कई स्कूलो में मास्टरों ने  शनिवार को सुबह स्वास्थ्य विभाग द्वारा एल्बेंडाजॉल दवाई (पेट में कीड़े मारने की दवा) खिलाने का कार्यक्रम रखा गया। स्कूल के अध्यापकों के मुताबिक जैसे ही स्कुल के बच्चों को दवा देनी शुरू की गई तभी बच्चों की तबियत खराब होनी शुरू हो गई।

स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस बच्चों को लेने स्कूल पहुंची। तबियत बिगडऩे से 32  बच्चों को नगर के निजी सरकारी  अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चों की तबियत बिगडऩे से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बच्चों को देखने के लिए 10 डॉक्टरों की टीम को नियुक्त किया है। हालांकि इलाज के लिए आए 32 बच्चों में से 30 बच्चों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है।दो बच्चे अभी भी अस्पताल में भर्ती थे जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं घर भेजे गए 30  बच्चों में से 2 बच्चों की हालत खराब होने के बाद उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती किया गया है, जिन्हें कुछ घंटे बाद भी फिर छुट्टी दे दी गई इस मामले को लेकर सभी के मन में यही सवाल उठता नजर आरहा हे  किया सरकार ने जो पेट में कीड़े मारनी वाली दवाई को ये नही बताया की ये किस तरहा पिलानी हे या इसके लिये कोई अलग से डॉक्टरों की टीम नही भेजनी चाहि बिना डॉक्टरों के नगर के स्कूलों में पेट में कीड़े मारने की दवाई पिलाई जारही हे जिसके कारण  जियादतर बच्चों को दवाई पीते ही बीमार होने की जियादा शिकायतें हुई  बच्चे जो दवाई पीने से बिगड़ी तबियत ,माही पुत्री मुकेश,गुनगुन पुत्री कुलदीप सिंह,पायल पुत्री तेजपाल,रोहन पुत्र गुरुवचन सिंह,सौरभ पुत्र विजय कुमार,कनक पुत्री दिनेश कुमार,सलौनी पुत्री चमन प्रकाश,पलक पुत्री चंद्र प्रकाश,रीतिका पुत्री शिवचरन,अक्षय पुत्र मुकेश,मीनाक्षी पुत्री धर्मपाल,अंजलि पुत्री अनिल,दीपक पुत्र राम किशन,रवि पुत्र अनिल,अंकित पुत्र विजेंद्र,मनोज पुत्र मेवाराम,रितिक पुत्र मुकेश,निशान्त पुत्र कलवा,रोहित पुत्र ओमपाल,कार्तिक पुत्र सुन्दर रजिया पुत्री हशरत,इल्मा पुत्री अनीस,नेहा पुत्री इरफ़ान,मुस्कान पुत्री अहमद हसन,आसरा पुत्री अब्दुल वाहिद,अलिया पुत्री फिरोज,सुहेल पुत्र फिरोज,जाकिर पुत्र हमीद,शायमा पुत्री साबिर,हुमेरा पुत्री इमरान,शाहअली पुत्र इकरार ये सभी बच्चे दवाई पीने से बीमार हो गय
स्कूलों में पिलाई पेट में कीड़े मारने की दवा, 32 छात्रों की तबीयत खराब, कई गंभीर Reviewed by Ravindra Nagar on February 10, 2018 Rating: 5

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